उत्तर बंगाल विज्ञान केंद्र मे राजभाषा हिन्दी में हो रहे कार्यकलापों को बढ़ावा देने और हिन्दी कामकाज में आने वाली कठिनाइयों के समुचित समाधान हेतु राजभाषा विभाग संस्कृति मंत्रालय से श्री वेदप्रकाश गौड़, निदेशक(रा. भा.) की अध्यक्षता में विज्ञान केंद्र दिनांक 24.10.16 को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न केन्द्रीय कार्यालयों और स्वायतशासी निकायों से आए प्रतिनिधियों ने भाग लिया। श्री एस.डी.,अवर सचिव, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार श्री तेजस्वरूप त्रिपाठी,सहायक निदेशक(रा. भा.) और श्री एस. सावंत, सहायक आचार्य, भारतीय खेल प्राधिकरण की सम्मानित उपस्थिति में हिन्दी प्रयोग को बढ़ावा देने के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई। कार्यशाला का शुभारंभ दैनिक जीवन में योग के महत्व पर श्री एस. सावंत, सहायक आचार्य, भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा एक प्रस्तुति द्वारा हुई। इस संगोष्ठी में हिन्दी के लोकभाषा के रूप में महत्व को रेखांकित किया गया और कार्यालय मे हिन्दी पत्राचार को बढ़ाने और दैनिक कामकाज को हिन्दी में किए जाने की सुगमता और समावेशी रूप पर चर्चा हुई। श्री वेदप्रकाश गौड़ ने अपने वृहद अनुभवों को प्रतिभागीगणों के साथ बांटा और प्रतिभागिगणों की शंकाओं के बड़े व्यावहारिक समाधान सुझाए। विज्ञान केंद्र के परियोजना समन्वयक ने हिंदुस्तान और हिन्दी समावेशी दर्शन पर प्रकाश डाला और हिन्दी को और ज्यादा व्याहरिक और समावेशी बनाने का आह्वान किया। हिन्दी की हिंदुस्तान को एकसूत्र में बांधे रखने और भ्रात्रभाव बनाए रखने की क्षमता को रेखांकित किया और हिन्दी को जनमानस और जनजागरण की भाषा बताया।